Agro Rajasthan Desk New Delhi: सरकारी बैंक ने लोन लेने वालों को तगड़ा झटका दिया है। दरअसल बैंक ने ब्याज दर में इजाफा किया है।एमसीएलआर को बढ़ा दिया है। बैंक ने अपने मार्जिनल कॉस्ट फंड बेस्ड लेंडिंग रेट (MCLR) को 4 टेन्योर में 0.05 फीसदी तक बढ़ाया है।
सरकारी क्षेत्र के बैंक ऑफ बड़ौदा (Bank of Baroda) ने ग्राहकों को झटका दिया है। बैंक ने ब्याज दर में इजाफा किया है। एमसीएलआर को बढ़ा दिया है। पिछले दिनों भारतीय रिजर्व बैंक की ओर से रेपो रेट 6.5 फीसदी पर स्थिर रखा गया था। इसके बाद भी अब बैंक की ओर से ब्याज दर में बढ़ोतरी की गई है।
बैंक ऑफ बड़ौदा ने 12 अप्रैल 2024 से अपने मार्जिनल कॉस्ट फंड बेस्ड लेंडिंग रेट (MCLR) को 4 टेन्योर में 0.05 फीसदी तक बढ़ाया है। अब ये नई दरें लागू होने के साथ ही ओवरनाइट एमसीएलआर 8.10 फीसदी है, जो पहले 8.05 फीसदी था।
अब 3 महीने की एमसीएलआर 8.45 फीसदी होगी। यह पहले 8.40 फीसदी थी। छह महीने की एमसीएलआर 8.65 फीसदी है। वहीं एक साल की एमसीएलआर 8.85 फीसदी होगी।
इसी तरह सरकारी बैंक इंडियन ओवरसीज बैंक (Indian Overseas Bank) ने भी मार्जिन कॉस्ट ऑफ फंड्स बेस्ड लेंडिंग रेट यानी MCLR में बढ़ोतरी की है। एक्सचेंज फाइलिंग के मुताबिक, सरकारी बैंक एमसीएलआर में 0.05 से 0.10 फीसदी तक की बढ़ोतरी करेगी। बैंक ने कहा कि सोमवार से एमसीएलआर दरों में बढ़ोतरी होगी।
क्या होता है एमसीएलआर-
एमसीएलआर की दर वह होती है, जिससे कम पर बैंक लोन नहीं जारी कर सकता है। बैंकों को अपना एमसीएलआर जारी करना अनिवार्य होता है। एमसीएलआर यह वह न्यूनतम दर होती है जिसके नीचे कोई भी बैंक ग्राहकों को लोन नहीं दे सकता है,
यानी कि इस रेट के नीचे बैंक ग्राहकों को लोन नहीं दे सकते। एमसीएलआर बढ़ने का मतलब है कि मार्जिनल कॉस्ट से जुड़े लोन महंगे हो जाएंगे। इससे लोगों को ज्यादा ईएमआई देनी पड़ती है।
MCLR बढ़ने का मतलब है कि मार्जिनल कॉस्ट से जुड़े लोन जैसे- होम लोन, व्हीकल लोन पर ब्याज दरें बढ़ जाएंगी, लेकिन ये ध्यान रखें कि एमसीएलआर रेट बढ़ने पर लोन पर ब्याज दरें तुरंत नहीं बढ़ती हैं। लोन लेने वालों की ईएमआई रीसेट डेट पर ही आगे बढ़ती है।