Agro Rajasthan – एसोसिएशन के अध्यक्ष राजेंद्र सिंह भाटी और महासचिव शशांक कौरानी ने बताया कि प्रदेश के किसी भी पंप पर न तो बिक्री रहेगी और न ही डिपो से माल खरीदेंगे।
दरअसल, एसोसिएशन की ओर से वैट दरों को कम करने की मांग की जा रही है। एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने बताया कि दो दिन की सांकेतिक हड़ताल के बाद भी सरकार ने हठधर्मिता बनाए रखी है। इसलिए ये निर्णय लिया गया है।
हालांकि, जैसलमेर और अलवर में हड़ताल का असर नहीं होने से एसोसिएशन में फूट भी सामने आई है। इसके अलावा जोधपुर में भी सांकेतिक हड़ताल के दौरान कुछ पंप काम करते रहे।
राजस्थान पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष राजेंद्र सिंह भाटी ने बताया कि पेट्रोल और डीजल पर बढ़ते हुए वैट पर सरकार ने 10 दिन में समाधान करने के लिए कहा था। 13 दिन बाद भी समाधान नहीं निकला है। इससे परेशान होकर 1 अक्टूबर को सुबह 6 से शाम 6 बजे तक हड़ताल करेंगे। इसके बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई तो 2 अक्टूबर से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाएंगे।
राजस्थान पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन के कोषाध्यक्ष ने बताया- पूरे प्रदेश में 7 हजार पंप बंद रहेंगे। इनमें लगभग 100 कोको पंप हैं, जो खुले रहेंगे। वहीं, जयपुर में 7 कोको पंप पर पेट्रोल डीजल की बिक्री जारी रहेगी। यदि सरकार इसका समाधान नहीं करती है तो 2 अक्टूबर सुबह 6 बजे से पूरे प्रदेश के पंप अनिश्चितकालीन हड़ताल करेंगे। इसकी वजह से राज्य में रोजाना लगभग 15 हजार 231 किलोलीटर डीजल और 68 हजार 859 किलोलीटर पेट्रोल की बिक्री प्रभावित होगी। इससे सरकार को हर दिन करीब 44 करोड़ रुपए के राजस्व का नुकसान होगा।
दरअसल, एसोसिएशन की ओर से वैट कम करने समेत अन्य मांगें की जा रही हैं। इसके लिए 13 और 14 सितंबर को दो दिन की सांकेतिक हड़ताल की गई थी, लेकिन सरकार की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आने के बाद 15 सितंबर से अनिश्चितकालीन हड़ताल की गई। 15 सितंबर को ही सरकार से बातचीत के दौरान मिले आश्वासन के बाद इस हड़ताल को स्थगित कर दिया गया था।