Agro Rajasthan – राजस्थान में पिछले कही दिनों से बारिश नहीं हो रही थी लेकिन जब किसानों की फसल तैयार हो गई तो बिना जरूरत के बारिश होने लगी तो किसानों के चहरों पर उदासी आ गई, इसका कारण है कि किसानों की आय का साधन है जो फसल ही है क्योंकि पूरी ऋतु अपना काम करके फसल को पका करके मंडी ले जा कर उसका पैसा लेकर ही अपना जीवन यापन करते है यदि जब फसल पक कर तैयार हो जाए और उस पर बारिश हो जाए तो सीधी बात है कि फसल खराब होनी है और इसके कारण किसान को भारी नुकसान पहुंचता है तो यह ही हुआ इस बार किसानों के साथ की जब फसल पक कर तैयार हो गई और फसल की कटाई करने लगे तो बारिश हो गई इस कारण ही किसानों के चहरों पर उदासी दिखने लगी है ।
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना
भारत किसानों का देश है जहां ग्रामीण आबादी का अधिकतम अनुपात कृषि पर आश्रित है। माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी नें 13 जनवरी 2016 को एक नई योजना प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना (पीएमएफबीवाई) का अनावरण किया।
यह योजना उन किसानों पर प्रीमियम का बोझ कम करने में मदद करेगी जो अपनी खेती के लिए ऋण लेते हैं और खराब मौसम से उनकी रक्षा भी करेगी।
बीमा दावे के निपटान की प्रक्रिया को तेज और आसान बनाने का निर्णय लिया गया है ताकि किसान फसल बीमा योजना के संबंध में किसी परेशानी का सामना न करें। यह योजना भारत के हर राज्य में संबंधित राज्य सरकारों के साथ मिलकर लागू की जायेगी। एसोसिएशन में के निपटान की प्रक्रिया बनाने का फैसला किया गया है। इस योजना का प्रशासन कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा किया जाएगा।
उद्देश्य
प्राकृतिक आपदाओं, कीट और रोगों के परिणामस्वरूप अधिसूचित फसल में से किसी की विफलता की स्थिति में किसानों को बीमा कवरेज और वित्तीय सहायता प्रदान करना।
कृषि में किसानों की सतत प्रक्रिया सुनिश्चित करने के लिए उनकी आय को स्थायित्व देना।
किसानों को कृषि में नवाचार एवं आधुनिक पद्धतियों को अपनाने के लिए प्रोत्साहित करना।
कृषि क्षेत्र में ऋण के प्रवाह को सुनिश्चित करना।
मुख्यमंत्री फसल बीमा योजना
इसके लिए किसानों को प्रीमियम 750 से 1000 रुपये प्रति एकड़ तक देना है और बीमा 40,000 रुपये एकड़ तक मिलेगा. कोशिश यह है कि प्रतिकूल मौसम व प्राकृतिक आपदाओं से होने वाले नुकसान की भरपाई हो. यह योजना वैकल्पिक है. यानी किसी को इसमें शामिल होने के लिए कोई दबाव नहीं है