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Indian Railway News: रेलवे में होती है 7 तरह की वेटिंग लिस्ट, सबसे पहले मिलती है यहां कन्फर्म टिकट 

Agro Rajasthan Dask New Delhi: लंबी दूरी की यात्रा के लिए हम अक्सर ट्रेन से ही सफर करना पसंद करते हैं, वो इसलिए क्योंकि इससे यात्रा करना आसान होने के साथ-साथ काफी सस्ता भी हो गया है। लेकिन त्योहारों के समय अक्सर लोगों को ट्रेन टिकट मिलना काफी मुश्किल हो जाता है। क्योंकि त्योहार में 1 से 2 महीने पहले ट्रेन की सीटें भर जाती हैं।


ऐसे में आप वेटिंग टिकट तो खरीद लेते हैं, लेकिन आपको पता भी नहीं चलता कि ये कन्फर्म भी हो पाएगी या नहीं। कई लोगों को ये शिकायत रहती है कि वेटिंग लिस्ट होने के बाद भी टिकट कंफर्म नहीं हुई है और साथी की टिकट वेटिंग लिस्ट के बाद भी कंफर्म हो चुकी है। इस बात को समझने के लिए ये बात पता होनी चाहिए कि ट्रेन में कितने टाइप की वेटिंग लिस्ट रहती है। क्योंकि वेटिंग लिस्ट पर ही आप सीट कंफर्म का पता लगा पाएंगे।

GNWL जनरल वेटिंग लिस्ट (General Waiting List)
ये वेटिंग टिकट उस स्टेशन पर जारी होती है, जहां से ट्रेन की शुरुआत होती है। अगर ट्रेन की शुरुआत दिल्ली से है और आपने टिकट दिल्ली से ली है, तो इस तरह की वेटिंग लिस्ट इन टिकट पर जारी होती है। इस टिकट कंफर्म होने के ज्यादा होते हैं, क्योंकि आपने जहां से टिकट बुक की है, वहां से ही ट्रेन की शुरुआत हो रही है। अगर टिकट पर GNWL/5 लिखा है, तो इससे आप समझ सकते हैं कि अभी आपकी सीट कन्फर्म होने में 5 सीट की वेटिंग है। अगर ये 6 में से टिकट बुक करने वाले यात्री टिकट को कैंसिल करते हैं, तो उस जगह पर आपकी सीट कंफर्म हो जाएगी।

पूल्ड कोटा वेटिंग लिस्ट लंबी दूरी की ट्रेन में किसी बीच के स्टेशन के लिए दिखाई जाती है। इसमें यात्री की ट्रेन जहां से शुरू हो रही है और जहां उसका लास्ट स्टॉप है, उसके बीच के स्टेशन पर यात्रा करने के लिए टिकट ली है। क्योंकि आप बीच में किसी स्टेशन से अगर यात्रा कर रहे हैं और ट्रेन के आखिरी स्टॉप से पहले उतरना चाहते हैं, तो इसके कंफर्म होने की संभावना बेहद कम रहती है। ऐसा इसलिए क्योंकि ज्यादातर लोगों ने ट्रेन की लंबी दूरी के लिए पहले से ही टिकट बुक कर ली होती है। बीच में जो 6 या 7 स्टेशन पर सफर करना चाह रहे हैं, उनके लिए टिकट का कन्फर्म होना मुश्किल होता है।

आपने कई बार तत्काल टिकट भी खरीदी होगी, लेकिन इसमें भी उन्हें टिकट कंफर्म नहीं मिलती। ऐसे में वेटिंग टिकट लेकर ही सफर करना पड़ता है। तत्काल कोटा वेटिंग लिस्ट का मतलब है कि रेलवे के पास कोई कोटा नहीं है, मतलब आपका टिकट कंफर्म ना के बराबर है। क्योंकि ऐसे में तत्काल टिकट केवल गिनती के ही होते हैं, और जब ट्रेन में सब सीटें फुल हो जाती हैं, तो लोग तत्काल टिकट को बुक करते हैं, लेकिन जब तत्काल सीटें भी भर जाती हैं, तो तत्काल वेटिंग टिकट का कंफर्म होने का कोई चांस नहीं होता।

इस कोड वाले टिकट की भी कंफर्म होने का चांस बेहद ही कम होता है। इस तरह की वेटिंग लिस्ट उन यात्रियों की टिकट पर लिखा रहता है, जो ट्रेन के शुरू होने वाले स्टेशन के बाद पड़ रहे स्टेशन के लिए टिकट बुक करते हैं। ऐसी टिकट के कंफर्म होनी की संभावना कम रहती है। ऐसा इसलिए क्योंकि ज्यादातर यात्री लंबी दूरी की यात्रा के लिए टिकट बुक करते हैं।

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Alpesh Khokhar

Alpesh Khokhar

🚀 Founder of JaneRajasthan 🌟 Passionate about Culture & Rural Development 🌾 Bringing you the latest updates in the world of Rajasthan 🌿 Committed to sustainable growth and community empowerment 📍 Based in the heart of Rajasthan, India 🇮🇳

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